

कवि की
मनोहर कहानियां
कवि इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में बैठा सोच रहा है,
वह आदमी बन गया तो कविता कौन करेगा ?
UNPARALLELED SATIRE, MASTERFUL STORYTELLING, SUPERBLY SUCCINCT.
मारक कथाओं और व्यंग्य शिल्प का अनूठा अनुभव
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Out Now : 8 September2023
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KKMK Podcast Season1
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A Khataakk Creation by Yashwant Vyas
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Podcast Direction - Abhishek Pandey
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Music - Sanjoy Dazz
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Narrated by - #VijayKarishnaAcharya #VijayKashyap #MohdZeeshanAyyub #RajendraGupta #SeemaPahwa #VarunBadola and #abhishekpandey
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Recorded, mixed and mastered by - Sushant Lohbare Khataakk Production Room : Pavan Bagda and Vikas Yadav
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Recording and mixing done at - Orbis -The Studio, Mumbai
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#Khataakk_YashwantVyas
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Co - powered by - Bima Garage

बोसकीयाना
ज़रूरी नहीं कि शाम की शफ़क़ आप भी उसी तरह से देखें, जैसे मैं देखता हूँ. ज़रूरी नहीं कि उसकी सुर्खी आपके अन्दर भी वही रंग घोले , जो मेरे अन्दर घोलती है . हर लम्हा, हर इन्सान अपनी तरह खोल कर देखता है . इसलिए उन लम्हों पर मैंने कोई मुहर नहीं लगाई , कोई नाम नहीं दिया.
बोसकीयाना कोई तीन दहाई लम्बी मुलाक़ात से बीने हुए कुछ लम्हों का दो सौ पेजी तर्ज़ुमा है। इसकी अढ़ाई दिन की शक़्ल में गुलज़ार का मक़नातीसी जादू खुलता है... शायरी, फिल्म, ज़िन्दगी और वक़्त का जुगनू रोशन होता है। जो जानते हैं , वो जानते हैं कि गिरह से ज़्यादा रमाने वाली गिरह की तलाश होती है। ..इसी तलाश का एक नाम है बोसकीयाना -जहां लम्हा भी मिला और दास्ताँ भी।
शायरी, फ़िल्में, लोग और चाँद...सब साथ आए.
एक आत्मीय बैठक,एक प्रेमिल संगत
एक भरा-पूरा ,अद्वितीय अनुभव है - बोसकीयाना.
शायर-फ़िल्मकार गुलज़ार के चाहने वालों के लिए एक अनिवार्य किताब.
BOSKIYANA peeks into Gulzar’s life philosophies

नया शिल्प और ताज़गी बहुत बड़ी खूबी है !
- ' चिंताघर ' पर श्रीलाल शुक्ल
महत्वपूर्ण और विलक्षण है !
- ' कॉमरेड गोडसे ' पर कमलेश्वर
पूरे जेबकतरे हैं , लिखने से पहले जेब काट लेते हैं... बोलने से पहले जीभ काट लेते हैं, जो सोचता हूँ , भांप लेते हैं !
- ' बोसकीयाना' पर गुलज़ार
