प्रतिपक्ष की सेल्फी
इस दौरे सियासत का इतना सा फसाना है बस्ती भी जलानी है मातम भी मनाना है अभी कुछ ही वक्त पहले की बात है। एक उम्मीदवार मंच से खड़े-खड़े ऐलान...
प्रतिपक्ष की सेल्फी
मरने पर लिखना...
हम अमर नहीं हैं लेकिन...
#हैशटैग से कौन डरता है?
एक मौत, हजार दीवाने…
ये किस देश-प्रदेश के आदमी हैं?
विलक्षण एकांत
स्वयंसेवक की बाजी
बहुजन राजनीति का काला
नर्क की उक्तियां
किसके जूते, किसके पैर
गुनाह इस अर्थशास्त्र की किक है
तुम डबरे हम सागर
उम्मीद की फ्रेंचाइजी नहीं बिकती
लोकतंत्र की घर वापसी
सुविधा का सेंसर, इस्तीफे की लीला
बाजार ध्वस्त पीके मस्त
एक भूमिका, कुछ अफसाने
महापुरुषों का मार्केट
सौ करोड़ के शहंशाह, भगवान और एक अदद रेडियो